कैल्शियम एक द्वितीयक ( Secondary ) श्रेणी का पोषक तत्व है, जो अच्छे विकास के लिए पौधों द्वारा आवश्यक होता है। कैल्शियम नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की तरह एक प्राथमिक पोषक तत्व नहीं है, लेकिन यह स्वस्थ पौधे के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। (आज कल ज़्यादा तर जानकार कैल्शियम को प्राथमिक श्रेणी का पोषक तत्व कहे जाने की सिफारिश कर रहे है। ) यह नए पौधों के ऊतकों के निर्माण में मदद करता है, जैसे शूट टिप्स, रूट टिप्स और नए पत्ते। फलों के तुड़ान के बाद की गुणवत्ता के लिए कैल्शियम सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। कैल्शियम सेब के सेल की दीवारों ( cell wall) के बीच गोंद के रूप में कार्य करता है, इसलिए यह पौधे की सेल की दीवारों ( cell wall) को एक साथ रखने के लिए जिम्मेदार है। फसल में कम कैल्शियम के स्तर वाले फल नरम और बेहद खराब गुणवत्ता के होते हैं। कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा के बिना, सेब के पौधे अनेक विकारों को अनुभव कर सकते हैं जिसमें की बिट्टर पिट,कॉर्क स्पॉट, खराब भंडारण क्षमता आदि शामिल है ।
कैल्शियम के प्रमुख रोल
• सेल दीवार संरचना को मज़बूत करना।
• एंजाइम और हार्मोनल प्रक्रिया को नियंत्रित करते रहना।
• प्लांट सेल वृद्धि में भाग लेना।
• कैल्शियम फल की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
• यह फल के नरम होने में देरी करता है।
• यह पौधों को बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
• फल भंडारण में मदद करता है।
• पीएच समायोजन में भी मदद करता है।
• बिट्टर पिट
• कम भंडारण क्षमता
• खराब जड़ विकास।
कैल्शियम की स्प्रे कब करे
अधिकांश वाणिज्यिक फल उत्पादकों ने अब बिट्टर पीट, आंतरिक विघटन और कॉर्क स्पॉट की घटनाओं को कम करने के लिए कैल्शियम नाइट्रेट या कैल्शियम क्लोराइड के साथ अपने सेब के पेड़ों को स्प्रे कर रहे है कैल्शियम क्लोराइड फोलियर एप्लिकेशन के लिए उपयोग किए जाने वाले कैल्शियम का सबसे पसंदीदा रूप है। तुड़ान के करीब कैल्शियम नाइट्रेट का छिड़काव रेब डेलीशियस सेब में रंग भरने में देरी कर सकता है इसलिए कैल्शियम नाइट्रेट स्प्रे की सलाह नहीं दी जाती है
कैल्शियम का पेटल फॉल स्टेज के 3 सप्ताह बाद से दो सप्ताह के अंतराल पर फोलियर अनुप्रयोग किया जाना चाहिए। फल के तुड़ान से पहले आदर्श रूप से 6-8 स्प्रे किया जाना चाहिए। कम खुराक से शुरू करें और फलों के आकार में लाभ के साथ खुराक बढ़ाएं।